Breaking Posts

Top Post Ad

अन्य कर्मचारियों और शिक्षकों को भी मिले कैशलेस इलाज की सुविधा

चार साल का संघर्ष काम आया, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति जताया आभार- गंभीर बीमारी में पेंशनरों के लिए यह सुविधा वरदान साबित होगी - एनआईसी द्वारा बनाए जा रहे हैं कर्मचारियों और पेंशनरों के स्मार्ट कार्ड विशेष संवाददाता राज्य मुख्यालय।
प्रदेश के 16 लाख राज्य कर्मचारियों और लाखों पेंशनरों को कैशलेस इलाज की सुविधा दिए जाने से उनमें खुशी की लहर है। कर्मचारी संगठनों ने इसके लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आभार जताते हुए बाकी अन्य कर्मचारियों और शिक्षकों को भी कैशलेस इलाज की सुविधा देने की मांग की है।
राज्य कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वीपी मिश्रा, संयोजक सतीश पांडेय, प्रवक्ता सुशील बच्चा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री अतुल मिश्रा, केके सचान आदि नेताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कैबिनेट द्वारा किए गए इस फैसले का स्वागत करते व्यक्त करते हुए कहा है कि वर्ष 2012 से इसकी मांग की जा रही थी। चार साल के संघर्ष खए बाद यह सुविधा राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को मिल सकी है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस फैसले से गंभीर बीमारियों का इलाज प्रदेश के पीजीआई, लोहिया, मिनी पीजीआई सैफई, केजीएमयू आदि सभी बड़े मेडिकल संस्थानों के अलावा दिल्ली और मुंबई आदि शहरों के बड़े इंस्टीट्यूट्स में हो सकेगा। रिटायर कर्मचारियों के यह सुविधा वरदान साबित होगी। इलाज कराने के लिए एनआईसी द्वारा स्मार्ट कार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाकी के कर्मचारियों और शिक्षकों को भी यह सुविधा मिलने से सभी को एक समान लाभ मिल सकेगा।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines

No comments:

Post a Comment

Facebook