Breaking Posts

Top Post Ad

22 फरवरी को क्या हुआ क्या नहीं, लोग इसी को लेकर अपनी अपनी गाथा सुना रहे है।कुछ लोग तो डेट भी लगवा दिये थे!: दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ कन्नौज

मित्रो 22 फरवरी को क्या हुआ क्या नहीं, लोग इसी को लेकर अपनी अपनी गाथा सुना रहे है।कुछ लोग तो डेट भी लगवा दिये थे! किंतु मैंने बताया था की कोई डेट नहीं लगी है क्योकि अब डेट मे भी खेल है। 22 की सुनवाई के बाद दो बातें तय है। पहली अब डेट जज दीपक मिश्रा नहीं लगायेंगे।
डेट के निर्धारण के लिए जज महोदय ने रजिस्ट्री को कहा है और स्पेशल बेंच कि भी बात कही है। मतलब अब रेगुलर बेंच मे केस नहीं लगेगा ये तय हो चुका है। अब उत्तर प्रदेश क़ि समस्त शिक्षक भर्ती इतनी विवादित हो चुकी है क़ि कोई जज अपने सर इतनी बड़ी संख्या की बददुआ नहीं लेना चाहता। अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस महोदय जे. एस. खेहर जी इस मामले के लिए स्पेशल बेंच बना सकते है और उस बेंच में समस्त शिक्षक भर्ती कि सुनवाई होगी। अब सबसे महत्वपूर्ण बात क्या जज दीपक मिश्रा (आगामी c.j. ) इस बेंच में शामिल होना चाहेंगे, क्योकि कोई जज कभी नहीं चाहता कि अपने दिए गए अंतरिम आदेशो में स्वयं बदलाव करना पड़े। खुद ही कई बार कह चुके है क़ि अब बहस मेरिट पे होगी और ये जग जाहिर है क़ि जिस दिन बहस मेरिट पे हुई तो समस्त अंतरिम आदेश बदलने पड़ेंगे 72825 और शिक्षामित्र समायोजन की अब आगे कि कहानी बहुत ही रोचक होने वाली है विशेष रूप से 72825 के महाज्ञानी जो आजतक छोटे मोटे वकीलों के द्वारा खूब मौज किये अंतरिम आदेशो पर अब जिस दिन मेरिट पर बहस हुई स्पेशल बेंच में उस दिन इनको दिन में तारे दिखेंगे ये तय है। अब एक बात लगभग तय है क़ि सुप्रीम कोर्ट मे जब भी सुनवाई शुरू होगी तब rte एक्ट लागू होने के बाद सभी भर्तियों पर क्रमबद्ध सुनवाई होगी और सभी का निर्णय एक साथ होगा। दूसरी बात यह है क़ि अब इस केस में डेट कब लगेगी ये भी तय नहीं जैसे हिमांचल के केस में लीव ग्रांट हो गयी है और उसी तरह यहाँ भी केस पेंडिंग हो जाये, किन्तु अगर ये हुआ तो जो नौकरी में वेतन का आनन्द ले रहे है वो तो बहुत खुश होंगे किन्तु अचयनित बीएड और अवशेष शिक्षामित्र के लिए बहुत ही दुःखद है! किन्तु ऐसा होने कि उम्मीद बहुत कम है क्योकि यही हाल हाइकोर्ट में भी था। वहाँ भी खूब डेट पे डेट लगी और जज केस को सुनने को तैयार ही नहीं होते थे किंतु जब स्पेशल बेंच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पे बनी तो एक हफ्ते लगातार सुनवाई हुई और 12 सितम्बर को 92 पेज का आदेश सामने आ गया। यही हाल है आजकल सुप्रीम कोर्ट का c.j. महोदय js खेहर जी ने अपना रुख 4 जनवरी को शपथ ग्रहण के दिन ही जाहिर किया था क़ि केसों को अतिशीघ्र सुनकर फैसला करे सभी जज महोदय तभी से लगातार सुप्रीम कोर्ट रोज ऐसे आदेश जारी कर रहे है जिसकी उम्मीद किसी को नहीं होती। अब ये तय है क़ि समस्त शिक्षक भर्ती कि सुनवाई अतिशीघ्र होने कि उम्मीद है और सभी भर्तियों पे अंतिम निर्णय भी आने क़ि पूरी उम्मीद है। इसलिए सभी साथी सतर्कता बनाये रखे और तैयारी ढीली ना करे क्योकि कब क्या हो ये किसी को नहीं पता। 2014 से 2015 तक सब अच्छा चल रहा था किंतु 6 जुलाई से जो तूफान आना शुरू हुआ वो मात्र 66 दिनों में सुनामी बन कर आया 12 सितम्बर के रूप में इसलिए अंत में यही कहना चाहूंगा क़ि *"सावधानी हटी दुर्घटना घटी"*
इसलिये हर डेट को अन्तिम डेट समझकर तैयारी करनी होगी! वरना जिस डेट पर हमारा पक्ष कमजोर हुआ, फैसला उसी दिन होगा! इसलिये समायोजित साथियो अब 38 से 39 हजार प्रतिमाह मिलने जा रहा है! हर डेट पर एक हजार अपने भविष्य पर खर्च कर लेना और अच्छे पैरवीकार को देते रहना, वरना यह जो नौकरी कर रहे हो वह 10 लाख रूपये देने पर भी नही मिलेगी! साथ ही सहयोग आंख बन्द करके देना बन्द करो, वरना आप जिसे अपने भविष्य को बचाने के लिये सहयोग दोगे कही वह 22 की तरह सुनबाई के समय अच्छे वकीलो के साथ कोट मे था! इसका आकलन भी सहयोग देने से पहले करे! धन्यवाद।।
आपका:-
ह्रदयेश दुवे (जिलाध्यक्ष)
दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ कन्नौज!!
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines

No comments:

Post a Comment

Facebook