सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की जिद पर अडे़ समायोजन रद
होने से नाराज शिक्षामित्रों की एडीएम ई एसके दूबे से काफी नोकझोंक हुई।
एडीएम ई का कहना था कि वे उन्हें मिलवाने का प्रयास करेंगे, लेकिन, पास
नहीं बनाए जा सकते।
जबकि, शिक्षामित्र पास बनवाने की जिद पर अड़े थे। रविवार को संयुक्त शिक्षामित्र संघर्ष मोर्चा की जिलाध्यक्ष अंजू कश्यप के नेतृत्व में शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल एडीएम ई से मिलने पहुंचा। उन्होंने कहा कि वे 21 अगस्त को सहारनपुर आ रहे मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर अपना दर्द बयान करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें पास जारी किए जाएं। एडीएम ई ने कहा कि मिलने के लिए पास बनाना संभव नहीं है लेकिन, वे शिक्षामित्रों को मुख्यमंत्री से मिलवाने का प्रयास अवश्य करेंगे। इसके लिए पहले सीएम से अनुमति लेनी होगी। इसके लिए शिक्षामित्रों का पांच सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल पास में ही रहे, ताकि अनुमति मिलते ही उनको सीएम से मिलवाया जा सके। इस पर संगठन की जिलाध्यक्ष ने शिक्षामित्रों को मुख्यमंत्री से मिलने से रोकने का आरोप लगाते हुए घेराव की चेतावनी दी। इस दौरान एडीएम ई और शिक्षामित्रों में काफी देर नोकझोंक होती रही।
जिलाध्यक्ष अंजू कश्यप ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उन्हें मुख्यमंत्री से न मिलवाया तो वह मुख्यमंत्री का घेराव करने को मजबूर होंगे। बताया कि उनके साथी हर उस स्थान पर मौजूद रहेंगे, जहां मुख्यमंत्री के जाने का कार्यक्रम है। यदि प्रशासन घेराव कराने से बचना चाहता है तो शिक्षामित्रों को मुख्यमंत्री से मिलवाना ही होगा। इससे पहले मोर्चा पदाधिकरियों ने हकीकतनगर तिराहे पर बैठक भी की, जिसमें पूरी योजना तैयार की गई। बैठक में संजय शर्मा, नरेश कुमार, रविकांत यादव, अमित शर्मा, रजनीश, बबली, संगीता, दीपा, परवेज आलम, सुशील, जनक सिंह आदि मौजूद रहे।
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जबकि, शिक्षामित्र पास बनवाने की जिद पर अड़े थे। रविवार को संयुक्त शिक्षामित्र संघर्ष मोर्चा की जिलाध्यक्ष अंजू कश्यप के नेतृत्व में शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल एडीएम ई से मिलने पहुंचा। उन्होंने कहा कि वे 21 अगस्त को सहारनपुर आ रहे मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर अपना दर्द बयान करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें पास जारी किए जाएं। एडीएम ई ने कहा कि मिलने के लिए पास बनाना संभव नहीं है लेकिन, वे शिक्षामित्रों को मुख्यमंत्री से मिलवाने का प्रयास अवश्य करेंगे। इसके लिए पहले सीएम से अनुमति लेनी होगी। इसके लिए शिक्षामित्रों का पांच सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल पास में ही रहे, ताकि अनुमति मिलते ही उनको सीएम से मिलवाया जा सके। इस पर संगठन की जिलाध्यक्ष ने शिक्षामित्रों को मुख्यमंत्री से मिलने से रोकने का आरोप लगाते हुए घेराव की चेतावनी दी। इस दौरान एडीएम ई और शिक्षामित्रों में काफी देर नोकझोंक होती रही।
जिलाध्यक्ष अंजू कश्यप ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उन्हें मुख्यमंत्री से न मिलवाया तो वह मुख्यमंत्री का घेराव करने को मजबूर होंगे। बताया कि उनके साथी हर उस स्थान पर मौजूद रहेंगे, जहां मुख्यमंत्री के जाने का कार्यक्रम है। यदि प्रशासन घेराव कराने से बचना चाहता है तो शिक्षामित्रों को मुख्यमंत्री से मिलवाना ही होगा। इससे पहले मोर्चा पदाधिकरियों ने हकीकतनगर तिराहे पर बैठक भी की, जिसमें पूरी योजना तैयार की गई। बैठक में संजय शर्मा, नरेश कुमार, रविकांत यादव, अमित शर्मा, रजनीश, बबली, संगीता, दीपा, परवेज आलम, सुशील, जनक सिंह आदि मौजूद रहे।
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