मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी महाराज जी से हुई बीटीसी प्रतिनिधिमंडल की वार्ता का सार

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी महाराज जी से हुई बीटीसी प्रतिनिधिमंडल की वार्ता का सार
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी महाराज   और उत्तर प्रदेश बीटीसी प्रशिक्षु संघ के   प्रतिनिधिमंडल (राघवेंद्र प्रताप सिंह सोमवंशी , आशीष गुप्ता , पंकज पति त्रिपाठी , सौम्या व नीतू सिंह ) के मध्य आज
विभिन्न मुद्दों पर वार्ता हुई । इस वार्ता के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी नहीं मौजूद रहा ।

बिन्दु :- शिक्षा मित्रों के समायोजन से रिक्त हुए पदों पर भर्ती निकाली जाये तथा यह भर्ती टी ई टी परीक्षा के पहले निकाली जाये । 22000 शिक्षा मित्र भी टी ई टी पास हैं उनको शामिल करते हुए भर्ती विज्ञापित की जाये ।

मुख्यमंत्री  जी: भर्तियाँ आ रही हैं आप लोग परीक्षा की तैयारी कीजिये । सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार कार्य हो रहा है । टी ई टी परीक्षा के बाद ही भर्ती आएगी । शिक्षा मित्रों की उम्र शिक्षक पद के लिए अब ज़्यादा नही बची है और उनकी वजह से आपका कोई नुकसान नही होगा

बिन्दु :- शिक्षामित्र  भारांक मुद्दा

मुख्यमंत्री  जी: सुप्रीम कोर्ट ने भारांक के लिए आदेश किया है उसी के तहत काम हो रहा है । शिक्षा मित्रों को जो भारांक दिया जा रहा है उससे आपका (बीटीसी) का अधिक नुकसान नही होगा । अगर किसी शिक्षा मित्र को 2 वर्ष का अनुभव है तो उसे सिर्फ (2.5x2=5) अंक ही मिलेगा ।

बिन्दु : - हम लोगों का 2 वर्ष का प्रशिक्षण 3 वर्ष मे पूरा  हुआ और हम लोग लंबे समय से बेरोजगार हैं , नौकरी की सख्त ज़रूरत है ।

मुख्यमंत्री  जी: लिखित परीक्षा होगी हमे योग्य  अभ्यर्थी चाहिए इसलिए जो परीक्षा पास करेगा उसी का चयन होगा । जब तक भर्ती नही आती है तब तक रिटायर हो चुके अध्यापकों से सेवाएँ ली जाएंगी और उन्हे 10,000 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से भुगतान किया जाएगा ।

बिन्दु : बीटीसी के से जुड़े अन्य मुद्दो के प्रत्यावेदन अपर मुख्य सचिव जी को देने के लिए कहा ।  साथ ही यह भी कहा की आपको हमारी सरकार का शुक्र मनाना चाहिए की हम किसी जाति और धर्म को फोकस करके काम नही कर रहे हैं ।

निष्कर्ष : मुख्यमंत्री  जी लिखित परीक्षा और टी ई टी परीक्षा मे थोड़ा सा confuse रहे । यदि चयन लिखित परीक्षा से होना है तो उसका कोई सिलेबस अथवा फॉर्मेट नही है जिसकी तैयारी की जाये । जिस परीक्षा की बात की जा रही है वो यूपीटीईटी ही है । मुख्यमंत्री जी को ये बात कई बार बताई गयी की हम बीटीसी प्रशिक्षु 4-5 टी ई टी और सी टी ई टी पास हैं इस पर उन्होने कोई उत्तर नही दिया । भर्ती कब तक आएगी और कितने पदों पर आएगी इस पर भी कोई उत्तर नही दिया बल्कि ये ज़रूर बताया की रिटायर हो चुके अध्यापकों से सेवाएँ ली जाएंगी और उन्हे 10,000 रुपए प्रतिमाह मानदेय के हिसाब से भुगतान किया जाएगा ।

मुख्यमंत्री से मिलना सभी बीटीसी बेरोजगारों के लिए किसी उपलब्धि से कम नही है मगर उनसे मिलना सफलता की गारंटी भी नही है ।
और मुख्यमंत्री जी द्वारा कही पे भी ये नही कहा गया की भर्ती कितनी आएगी और कब आएगी तो ऐसे आस्वासन पे हम नहीं टिक सकते जहाँ 78  दिन के धरने के बाद चयन सुनिश्चित होने की उम्मीद दूर दूर तक नजर न आ रही हो और इसके बावजूद 78 दिन के मेहनत को वार्ता के नाम पर शासन की तरफ से बर्बाद करने की कोशिश चल रही हो क्योंकि हमारी मांग जायज है और ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इतनी कम संख्या में भी कही न कही दबाव बनाने में कामयाब हो रहे हैं
शिक्षा मित्रों ने भी कई बार मुख्यमंत्री से वार्ता की लेकिन उनकी मांग मानी नही गयी । ये इसलिए भी हो सकता है की पुलिस धरने को खत्म कराने हेतु प्रयास करे क्योंकि वार्ता हो चुकी है । यदि धरना  चलता रहा तो हमे आगे भी इस तरह कि वार्ता का मौका मिलेगा और अपनी समस्या को बार बार रखने पर ही सुनवाई और कार्यवाही होगी ।
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