प्रदेश में राजकीय हो या सहायता प्राप्त अशासकीय स्कूल, इनमें शिक्षकों के वेतनमान, सुविधाएं आदि में कोई फर्क नहीं है, लेकिन इनकी भर्तियों में फर्क जरूर दिखता है।
दरअसल, माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए नए आयोग का गठन किया जाना है। नए आयोग के गठन के पीछे योगी सरकार का तर्क यह है कि पिछले शासनकाल में भर्ती में तमाम गड़बड़ियां सामने आई थी। इसे देखते हुए नए आयोग की तैयारी की गई है। अब माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का विलय कर दिया जाएगा। ड्राफ्ट तैयार है, गठन की पूरी तैयारी हो चुकी है, लेकिन आगे की प्रक्रिया कच्छप गति से बढ़ रही है। दरअसल आयोग में एक अध्यक्ष और दोनों बोडोर्ं के छह-छह सदस्य रखे जाएंगे। नए आयोग का अधिनियम तैयार करने के लिए दो अलग-अलग कमेटी भी बना दी गई है। इन कमेटियों की भी संस्तुतियों पर विचार के लिए अलग टीम गठित की गई है। इतने तामझाम का मतलब है कि इसमें काफी समय लगना। अभी तक प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी), प्रवक्ता (पीजीटी) और प्रधानाचार्य का चयन माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड करता आया है, लेकिन इसमें भी लेट लतीफी थी। शिक्षकों की भर्ती की जो भी प्रक्रिया अपनाई जा रही हो, यदि इसमें तत्परता दिखाई जाए तभी विद्यार्थियों का भला हो सकता है।
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दरअसल, माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए नए आयोग का गठन किया जाना है। नए आयोग के गठन के पीछे योगी सरकार का तर्क यह है कि पिछले शासनकाल में भर्ती में तमाम गड़बड़ियां सामने आई थी। इसे देखते हुए नए आयोग की तैयारी की गई है। अब माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का विलय कर दिया जाएगा। ड्राफ्ट तैयार है, गठन की पूरी तैयारी हो चुकी है, लेकिन आगे की प्रक्रिया कच्छप गति से बढ़ रही है। दरअसल आयोग में एक अध्यक्ष और दोनों बोडोर्ं के छह-छह सदस्य रखे जाएंगे। नए आयोग का अधिनियम तैयार करने के लिए दो अलग-अलग कमेटी भी बना दी गई है। इन कमेटियों की भी संस्तुतियों पर विचार के लिए अलग टीम गठित की गई है। इतने तामझाम का मतलब है कि इसमें काफी समय लगना। अभी तक प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी), प्रवक्ता (पीजीटी) और प्रधानाचार्य का चयन माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड करता आया है, लेकिन इसमें भी लेट लतीफी थी। शिक्षकों की भर्ती की जो भी प्रक्रिया अपनाई जा रही हो, यदि इसमें तत्परता दिखाई जाए तभी विद्यार्थियों का भला हो सकता है।
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